मध्यप्रदेश सरकार अब राज्य में सड़क नेटवर्क को मजबूत करने के लिए केंद्र सरकार के साथ मिलकर एक बड़ा कदम उठाने जा रही है। इंदौर से उज्जैन के बीच एक नया सिक्स लेन हाईवे बनाया जाएगा, जिसके निर्माण पर लगभग ₹624 करोड़ की लागत आएगी। यह हाईवे न सिर्फ दोनों शहरों के बीच आवागमन को तेज करेगा, बल्कि सैकड़ों गांवों की तकदीर भी बदल देगा।
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हाईवे के निर्माण से बढ़ेगी कनेक्टिविटी
इस हाईवे के बन जाने से मध्यप्रदेश के बड़े शहरों की कनेक्टिविटी काफी मजबूत हो जाएगी। खासतौर पर इंदौर और उज्जैन जैसे प्रमुख धार्मिक और व्यावसायिक शहरों के बीच यात्रा बहुत ही सहज और तेज़ हो जाएगी। यह परियोजना विशेष रूप से राज्य में आयोजित होने वाले अगले सिंहस्थ मेले को ध्यान में रखकर बनाई जा रही है।
पेड़ों की बलि, लेकिन हरियाली की भरपाई का वादा
इस परियोजना में एक बड़ी चिंता यह भी है कि सड़क के निर्माण में लगभग 3,000 पेड़ों की कटाई की जाएगी। अधिकारियों ने इसके लिए अनुमति भी दे दी है। हालांकि सरकार का दावा है कि जितने पेड़ काटे जाएंगे, उनकी भरपाई के लिए उससे कई गुना ज्यादा पेड़ नए लगाए जाएंगे। पर्यावरण संतुलन बनाए रखने के लिए यह कदम उठाया जाएगा।
एमपीआरडीसी बनाएगी हाईवे
इस छह लेन सड़क परियोजना का निर्माण मध्यप्रदेश रोड डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन (MPRDC) द्वारा किया जाएगा। हाईवे का निर्माण कार्य तेजी से प्रारंभ किया जाएगा और सरकार की योजना है कि इसे 2026 के अंत तक पूरा कर लिया जाए। इससे न केवल परिवहन में आसानी होगी, बल्कि धार्मिक आयोजनों में शामिल होने वाले श्रद्धालुओं को भी सुविधाजनक यात्रा का लाभ मिलेगा।
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सिंहस्थ से पहले तैयार हो जाएगा हाईवे
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि यह परियोजना किसी भी हाल में 2026 के अंत तक पूरी हो जानी चाहिए, ताकि 2027 के सिंहस्थ मेले से पहले यह हाईवे पूरी तरह से चालू हो सके। इससे आने-जाने वाले श्रद्धालुओं को कोई परेशानी न हो और ट्रैफिक का दबाव भी कम किया जा सके।