हरदा – कांग्रेस के जिला अध्यक्ष ओम पटेल ने किसानों की समस्याओं पर गंभीर चिंता व्यक्त करते हुए एक प्रेस विज्ञप्ति जारी की। उन्होंने कहा कि पानी छोड़े जाने के एक हफ्ते बाद भी जिले की नहरों में पानी नहीं पहुंच पाया है, जिसके चलते कई ग्रामीण क्षेत्रों में खेतों की सिंचाई की स्थिति बिगड़ती जा रही है। हँडिया के कोलीपुरा, कुंजरगांव, भादुगांव, भंवरतलाव, खेड़ा, रातातलाई, नयापुरा और अन्य गांवों में नहरें पूरी तरह से सूखी पड़ी हैं, जिससे किसान चिंताजनक स्थिति में हैं और उनकी फसलों पर खतरा मंडरा रहा है।
पटेल ने बताया कि मुख्य नहरें भी सूखी हैं, जबकि किसानों को अब तक डीएपी (डाई-अमोनियम फॉस्फेट) खाद नहीं मिल पाया है। इससे उनकी फसलों का उत्पादन सीधे तौर पर प्रभावित हो रहा है। किसानों को बिना डीएपी के खेती करने में कठिनाई हो रही है, और यह उनकी आजीविका पर प्रतिकूल प्रभाव डाल रहा है।
उन्होंने कहा कि इन समस्याओं को लेकर नहर विभाग को पहले ही जानकारी दी जा चुकी थी। विभाग को बताया गया था कि नहरों की सफाई नहीं हुई है, फिर भी जब पानी छोड़ा गया, तो साफ-सफाई के बिना ही पानी को नहरों में प्रवाहित किया गया। नहरों में गाद और अन्य अवरोध होने के कारण पानी का बहाव सुचारू रूप से नहीं हो सका, जिससे ग्रामीण क्षेत्रों तक पानी नहीं पहुंच सका है।
जिला कांग्रेस अध्यक्ष ने नहर विभाग से अपील की है कि इन समस्याओं का त्वरित समाधान निकाला जाए ताकि किसान राहत की सांस ले सकें। उन्होंने कहा कि किसानों की समस्याएं अनदेखी नहीं की जा सकतीं, और जिला प्रशासन को इसमें तत्परता दिखाते हुए आवश्यक कदम उठाने चाहिए। पटेल ने किसानों के हित में यह भी मांग की है कि डीएपी की आपूर्ति शीघ्र की जाए ताकि किसान अपनी फसलों की बुवाई समय पर कर सकें