Anant Chaturdashi: देशभर में गणेश उत्सव का रंग जमा हुआ है. हर घर और सार्वजनिक स्थानों पर भगवान गणेश की स्थापना हुई है. और अब भोग,भंडारे और विसर्जन की घडी आ गयी है, बाप्पा अपने 10 दिनों का समय पूरा करने वाले है और विदाई लेने वाले है. प्रतिवर्षानुसार इस वर्ष भी गणेश विसर्जन अनंत चतुर्दशी के दिन होगा जो 17 सितम्बर यानी कल है. तो आपके लिए यह जानकारी महत्वपूर्ण होगी की बप्पा को कैसे विधि-विधान से विदाई देना है. तो आइये जान लेते है शुर्भ मुहूर्त और पूजन विधि।
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वैदिक पंचांग के अनुसार सुबह 9:10 बजे से दोपहर 1:47 बजे तक और दोपहर 3:18 बजे से शाम 5:50 बजे तक विसर्जन का शुभ समय रहेगा। और रात में शाम 7:51 बजे से रात 9:19 बजे तक और अनंत चतुर्दशी के अगले दिन यानी बुधवार रात 10:47 बजे से अगले दिन सुबह 03:12 बजे तक रहेगा पूर्ण विधि विधान से आप बाप्पा को विदाई दे सकते है.
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भगवान गणेश जी को विदाई देते समय आपको एक थाली तैयार करें और उसमें स्वास्तिक बनाकर फिर गंगा जल से शुद्ध करे. गणेश की मूर्ति को थाली पर स्थापित कर, नए पीले वस्त्र धारण कर और कुंकू चन्दन का तिलक करे। लाल चंदन, लाल फूल, दूर्वा, मोदक, पान, सुपारी, धूप-दीप आदि समर्पित करे, तत्पश्चात आरती कर भगवन से क्षमा याचना कर विसर्जन करे.