Bhopal News: भोपाल में मिली 1814 करोड़ रुपये की एमडी (मेफेड्रोन) ड्रग्स के मामले में एक चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। इस घटना में गिरफ्तार मन्दसौर के हरिश अंजना के संबंध मध्य प्रदेश के उप मुख्यमंत्री जगदीश देवड़ा से गहरे बताए जा रहे हैं। अंजना का सोशल मीडिया अकाउंट देवड़ा के साथ कई तस्वीरों और वीडियो से भरा पड़ा है, जो उनके करीबी संबंधों को दर्शाता है।
फोटो और वीडियो से हुआ खुलासा
बड़ा खुलासा…भोपाल में 1814 करोड़ की एमडी ड्रग फ़ैक्ट्री का संचालक उप मुख्यमंत्री जगदीश देवड़ा का वरदहस्त प्राप्त भाजपाई ड्रग माफिया हरीश आंजना।
— Rakesh Singh Yadav (@_RakeshYadavINC) October 7, 2024
डिप्टी सीएम इस्तीफ़ा दें।
पीएम और सीएम कार्यवाही करें।@PMOIndia @RahulGandhi @priyankagandhi @CMMadhyaPradesh @jitupatwari pic.twitter.com/pf2gbGLhH1
सोशल मीडिया पर पोस्ट की गईं तस्वीरों और वीडियो से यह साफ पता चलता है कि उप मुख्यमंत्री जगदीश देवड़ा और अंजना (उम्र 32) एक-दूसरे के बेहद करीब हैं। कई तस्वीरों में देवड़ा, अंजना के कंधे पर हाथ रखते हुए नजर आते हैं। एक वीडियो में उप मुख्यमंत्री एक बैठक कर रहे हैं और अंजना उनके बगल में बैठे हुए हैं। इसी तरह, अंजना ने कई अन्य तस्वीरें भी पोस्ट की हैं, जिनमें वह देवड़ा को गुलदस्ता भेंट करते दिखते हैं।
खुद को युवा मोर्चा का कार्यकर्ता बताया
हरिश अंजना ने सिर्फ उप मुख्यमंत्री के साथ ही नहीं, बल्कि मंदसौर सांसद सुधीर गुप्ता के साथ भी कई तस्वीरें और पोस्टर लगाए हैं। वह खुद को भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के युवा मोर्चा का कार्यकर्ता बताते हैं।
यह भी पढ़े- मध्यप्रदेश में मौलवी ने मुस्लिमों से की अपील, नवरात्रि के दौरान गरबा से रहें दूर, बताई यह वजह
पहले भी पकड़े जा चुके हैं अंजना
यह पहला मामला नहीं है जब हरिश अंजना को पकड़ा गया हो। 2022 में भी उन्हें डोडा चूरा मामले में गिरफ्तार किया गया था। लंबे समय से वह ड्रग्स के धंधे में लिप्त हैं, लेकिन हर बार बड़े नेताओं और बीजेपी के प्रभाव का इस्तेमाल कर वे बच निकलते थे।
कांग्रेस ने लगाए गंभीर आरोप
कांग्रेस प्रदेश महासचिव राकेश यादव ने आरोप लगाया है कि हरिश अंजना, जो अवैध ड्रग्स फैक्ट्री का माफिया है, उप मुख्यमंत्री जगदीश देवड़ा के विशेष आशीर्वाद से ड्रग्स माफिया बना हुआ है। उन्होंने उप मुख्यमंत्री से इस्तीफे की मांग की है और कहा है कि क्या इसी तरह प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री मध्य प्रदेश को नशा मुक्त बनाएंगे इस रैकेट के खुलासे ने बीजेपी को बेनकाब कर दिया है, जो ड्रग्स माफिया को शरण दे रही है। निष्पक्ष जांच के लिए उप मुख्यमंत्री का इस्तीफा लेना आवश्यक है।