Share Market Down: शुक्रवार, 13 जून 2025 को भारतीय शेयर बाजार में भारी गिरावट देखी गई, जब बीएसई सेंसेक्स 1337.39 अंक गिरकर 80,354.59 पर खुला, और एनएसई निफ्टी 415.2 अंक टूटकर 24,473 पर आ गया। इस गिरावट का मुख्य कारण मध्य पूर्व में बढ़ता तनाव, खासकर इस्राइल के ईरान पर हमले के बाद क्षेत्रीय संघर्ष की आशंका है। बैंकिंग और मार्केट एक्सपर्ट अजय बग्गा के अनुसार, इस्राइल ने जवाबी हमले की आशंका में राष्ट्रीय आपातकाल घोषित किया, जिससे बाजार में अस्थिरता बढ़ी। यदि ईरान फारस की खाड़ी के तेल आपूर्ति मार्गों को अवरुद्ध करता है, तो तेल की कीमतों में उछाल आ सकता है, जिसका असर वैश्विक बाजारों पर पड़ेगा।
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अहमदाबाद विमान हादसे का एविएशन शेयरों पर असर
गुरुवार को अहमदाबाद में एयर इंडिया के बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर के दुर्घटनाग्रस्त होने के बाद विमानन क्षेत्र के शेयरों में घबराहट देखी गई। न्यूयॉर्क स्टॉक एक्सचेंज में बोइंग के शेयर 4.79% गिरे, जबकि भारतीय बाजार में इंडिगो के शेयरों में 5% से अधिक और स्पाइसजेट में 3.65% की गिरावट दर्ज हुई। इस हादसे ने निवेशकों के बीच अनिश्चितता बढ़ाई, जिसका असर शुक्रवार के शुरुआती कारोबार में भी दिखा।
वर्ल्ड मार्केट में भी मंदी का माहौल
वैश्विक स्तर पर भी बाजारों में कमजोरी देखी गई। अमेरिकी वायदा और प्रमुख एशियाई सूचकांकों में तेज गिरावट आई, क्योंकि निवेशक जोखिम से बचने की रणनीति कर रहे हैं। तेल की कीमतों में 5% से अधिक की तेजी देखी गई, जबकि सोना और जापानी येन जैसे सुरक्षित निवेश विकल्पों में उछाल आया। यह स्थिति मध्य पूर्व के तनाव और वैश्विक आर्थिक अनिश्चितता का परिणाम है, जिसने भारतीय बाजार को भी प्रभावित किया।
गुरुवार को सेंसेक्स 823 अंक गिरकर 81,691.98 और निफ्टी 253.20 अंक टूटकर 24,888.20 पर बंद हुआ था। शुक्रवार की गिरावट ने निवेशकों की चिंता बढ़ा दी है। विशेषज्ञों का मानना है कि मध्य पूर्व की स्थिति और तेल की कीमतों पर नजर रखना जरूरी होगा। यदि तनाव बढ़ता है, तो बाजार में और अस्थिरता देखी जा सकती है। हालांकि, कुछ क्षेत्र जैसे रक्षा और ऊर्जा में निवेशकों की रुचि बनी रह सकती है।