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भूतड़ी अमावस्या पर नेमावर में उमड़ा श्रद्धालुओं का सैलाब, 2 लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने किया पर्व स्नान,…

Dewas News /राम मीणा: संवादाता सर्वपितृ मोक्ष अमावस्या (भूतड़ी अमावस्या) पर बड़ी संख्या में श्रद्धालु नेमावर में मां नर्मदा में आस्था की डुबकी लगाने पहुंचे। मंगलवार शाम से ही लगातार श्रद्धालुओं का नेमावर में आने का सिलसिला शुरू हो गया था। चौदस की रात में पहुंचे श्रद्धालुओं ने नर्मदा के घाटों, मंदिर परिसर और धर्मशालाओं में भजन कीर्तन किए। रात भर ढोलक की थाप, झांझ-मंजीरों के साथ टोलियों में भजन चलता रहा और पडिहार-महिलाएं झूमते रहे।

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यहां राजस्थान महाराष्ट्र, और गुजरात के अलावा देवास, हरदा, शाजापुर, आगर-मालवा, उज्जैन, इंदौर, सीहोर, खंडवा सहित आसपास के कई जिलों के श्रद्धालु की बड़ी संख्या में पहुंचे हैं। मोक्ष दायिनी नदी मां नर्मदा में डुबकी लगाने से प्रेत आत्माओं को शांति व उनसे मुक्ति मिलती है. इसके लिए नर्मदा तट अच्छा कोई दूसरा स्थान नहीं है, इसी कारण लाखों की संख्या में लोग यहां आकर आस्था की डुबकी लगाते हैं. इस अवसर पर दो दिवसीय मेले का आयोजन किया जाता है. मां नर्मदा के प्रति आस्था रखने वाले देव पडियार लोग बताते हैं कि चेत्री नवरात्री में इसका बड़ा ही महत्व है.।

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एडिशनल एसपी आकाश भूरिया, ने बताया कि सुरक्षा व्यवस्था के मद्देनजर 20 से ज्यादा टीआई, होम गार्ड जवान और बड़ी संख्या में पुलिस फोर्स तैनात किया गया है। अलग-अलग व्यवस्थाओं में करीब 350 पुलिसकर्मी लगाए गए हैं। प्रशासनिक अमला भी अपने अधीनस्थ श्रद्धालुओं को सावधानी बरतने के लिए कंट्रोल रूम से लगातार सूचनाएं और जानकारी दी जा रही है।

भूतड़ी अमावस्या के स्नान का महत्व

भूतड़ी अमावस्या विशेष रूप से अतृप्त आत्माओं की तृप्ति के लिए होती है। इस दिन श्रद्धालु नदी में स्नान के बाद दान करते हैं। माना जाता है कि पितरों के निमित्त तर्पण करने से भी सुख, शांति और मोक्ष की प्राप्ति होती है। भूतड़ी अमावस्या प्रेत बाधाओं को दूर करने के लिए भी काफी महत्वपूर्ण मानी जाती है।

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