PM E-Drive Yojana : प्रधानमंत्री ई-ड्राइव योजना (Pradhan Mantri E-Drive Yojana) के अंतर्गत राजधानी भोपाल में सार्वजनिक परिवहन के क्षेत्र में बड़ा परिवर्तन देखने को मिल रहा है। जहां एक समय सड़कों पर हाथगाड़ी और पारंपरिक ऑटो रिक्शा चलते थे, अब उनकी जगह इलेक्ट्रिक रिक्शा और इलेक्ट्रिक वाहन (EV) ने ले ली है। इससे न केवल प्रदूषण में कमी आ रही है, बल्कि लोगों की यात्रा भी सुविधाजनक और सस्ती हो गई है।
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2030 तक हर तीसरा वाहन होगा इलेक्ट्रिक
सरकार का लक्ष्य है कि वर्ष 2030 तक मध्य प्रदेश में चलने वाले हर तीन वाहनों में से एक वाहन इलेक्ट्रिक हो। इस दिशा में तेजी से काम हो रहा है और राज्य में इलेक्ट्रिक व्हीकल्स की संख्या लगातार बढ़ रही है। विशेषकर दोपहिया और तिपहिया इलेक्ट्रिक वाहनों की मांग में इजाफा हुआ है।
भोपाल में 100 इलेक्ट्रिक बसें होंगी शुरू
प्रधानमंत्री बस सेवा योजना (PM Bus Seva Yojana) के अंतर्गत भोपाल में 100 नई इलेक्ट्रिक बसों का संचालन सितंबर माह से शुरू होने जा रहा है। इन बसों को एक निजी कंपनी खरीदेगी और वहीं ड्राइवर, कंडक्टर और रखरखाव की जिम्मेदारी भी निभाएगी। इससे सरकार पर आर्थिक बोझ नहीं पड़ेगा और सेवा सुचारू रूप से संचालित की जा सकेगी।
कम किराए में आरामदायक सफर
इन इलेक्ट्रिक बसों का किराया मात्र ₹2 प्रति किलोमीटर रखा गया है, जो आम जनता के लिए बहुत किफायती है। इससे छात्रों, व्यापारियों और दैनिक यात्रियों को राहत मिलेगी। अब ग्रामीण क्षेत्रों से शहरी इलाकों तक की यात्रा भी कम समय में, आरामदायक और सस्ती होगी।
मुख्यमंत्री मोहन यादव ने कहा कि इलेक्ट्रिक बसों से यात्रा आसान होगी और पर्यावरण को भी नुकसान नहीं पहुंचेगा। साथ ही, ग्रामीण क्षेत्रों से शहरों तक की कनेक्टिविटी को मजबूत किया जाएगा।
दो नए बस डिपो होंगे तैयार
भोपाल में इलेक्ट्रिक बसों के संचालन को सुविधाजनक बनाने के लिए दो नए बस डिपो बनाए जा रहे हैं। ये डिपो बैरागढ़ और कस्तूरबा नगर में ₹14 करोड़ की लागत से तैयार किए जाएंगे। इन डिपो में बसों की चार्जिंग, पार्किंग और रखरखाव की सुविधाएं उपलब्ध होंगी।
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पर्यावरण को राहत, शहर को नई पहचान
ई-ड्राइव योजना के तहत चल रही बसें न केवल ईंधन की बचत करेंगी, बल्कि वायु प्रदूषण को भी काफी हद तक कम करेंगी। इससे शहर की हवा साफ होगी और लोगों के स्वास्थ्य पर सकारात्मक असर पड़ेगा। इसके साथ ही, भोपाल जैसे शहरों को स्मार्ट और ग्रीन सिटी के रूप में विकसित करने की दिशा में भी यह एक महत्वपूर्ण कदम है।