महाकाल मंदिर में QR कोड से मिलेगा प्रसाद, लंबी कतारों से मिलेगी राहत

By Sachin

महाकाल मंदिर में QR कोड से मिलेगा प्रसाद, लंबी कतारों से मिलेगी राहत

Ujjain News; महाकाल मंदिर, उज्जैन के भक्तों के लिए खुशखबरी है। अब मंदिर में प्रसाद प्राप्त करने के लिए लंबी कतारों में खड़े होने की आवश्यकता नहीं होगी। मंदिर प्रशासन ने प्रसाद वितरण प्रणाली में बदलाव करते हुए QR कोड सिस्टम लागू कर दिया है। इस प्रणाली के तहत, भक्तों को डिस्प्ले पर दिखाए गए प्रसाद पैकेट का चयन करना होगा और फिर मोबाइल से QR कोड स्कैन कर भुगतान करना होगा। इसके बाद, उन्हें स्वचालित मशीन से प्रसाद मिल जाएगा। इस नई व्यवस्था से मंदिर में भीड़ कम होगी और भक्तों को आसानी से प्रसाद प्राप्त हो सकेगा।

यह भी पढ़े- नर्मदापुरम में बस से 300 किलो मावा जब्त, 3 दिन पहले पकड़े मावे के मालिक का अभी तक नहीं लगा सुराग

QR कोड स्कैन करके मिलेगा प्रसाद

महाकालेश्वर मंदिर में प्रसाद प्राप्त करने के लिए अब एक नई प्रणाली लागू की जा रही है। भक्त QR कोड स्कैन करके लड्डू प्रसाद मशीन से प्राप्त कर सकेंगे। इस तकनीक के अंतर्गत भक्त प्रसाद पैकेट का चयन करेंगे और मोबाइल के माध्यम से भुगतान करेंगे। इससे प्रसाद वितरण की प्रक्रिया तेज और सुगम हो जाएगी, खासकर तब जब मंदिर में भारी भीड़ हो। यह नई व्यवस्था भक्तों के अनुभव को और भी बेहतर बनाने के उद्देश्य से की जा रही है।

ATM जैसी मशीनें होंगी स्थापित

महाकाल मंदिर में प्रसाद वितरण के लिए ATM जैसी मशीनें लगाई जा रही हैं। दीपावली के बाद लड्डू प्रसाद के काउंटर पर ये मशीनें कार्य करने लगेंगी। बता दें कि महाकाल मंदिर देश का पहला ऐसा मंदिर होगा, जहां प्रसाद वितरण के लिए डिस्पेंस मशीनें लगाई जाएंगी। मंदिर प्रशासक ने बताया कि इस योजना को दीपावली के बाद लागू किया जाएगा और ये मशीनें कोयंबटूर में बनाई गई हैं।

यह भी पढ़े- स्कुल ऑफ एग्रीकल्चर, सांइस रायसोनी विश्वविद्यालय के जन सहयोग से सडक सौंदर्यकरण में डिवाईडर पर लॉन घास लगाने शुरू

बिना परेशानी के होंगे भस्म आरती दर्शन

इसके अलावा, महाकालेश्वर मंदिर में भस्म आरती दर्शन के लिए अब भक्तों को रातभर बाहर रुकने की आवश्यकता नहीं होगी। अब आम भक्तों को मन्सरोवर गेट से सुबह 2 बजे सीधे प्रवेश दिया जाएगा। आम भक्त भी VIP भक्तों की तरह अब भस्म आरती का दर्शन कर सकेंगे। दीपावली से पहले यह नई व्यवस्था लागू की जाएगी। मंदिर प्रशासन ने भक्तों को आ रही लगातार परेशानियों को देखते हुए इस नई प्रणाली को लागू करने का निर्णय लिया है।

Leave a Comment