Ujjain News: नीमच के एक पटवारी के खिलाफ भूमि विभाजन के नाम पर रिश्वत मांगने की शिकायत उज्जैन लोकायुक्त को की गई थी। लोकायुक्त की टीम ने नीमच पहुंचकर पटवारी को 7 हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकड़ लिया।
लोकायुक्त डीएसपी सुनील तलान ने बताया कि नीमच के नयागांव के गांव घुसंडी निवासी पारसमल शर्मा ने 16 अक्टूबर को कार्यालय में आकर शिकायत दर्ज कराई थी। उन्होंने बताया कि उनके पिता अपनी जमीन तीन भाइयों के बीच विभाजित करना चाहते हैं। इसके लिए हल्का नंबर-5 के पटवारी दिलीप चौधरी से संपर्क किया गया। पटवारी ने आवेदन के नाम पर 2 हजार रुपये लिए और कहा कि 25 हजार रुपये रिश्वत के रूप में देने होंगे। पटवारी ने 11 हजार रुपये पहले ही ले लिए थे और अब शेष राशि की मांग कर रहा था। पारसमल शर्मा की शिकायत की पुष्टि की गई, जिसमें पटवारी द्वारा रिश्वत मांगने की सच्चाई सामने आई।
लोकायुक्त टीम ने रची जाल
इंस्पेक्टर दीपक शेजवार के साथ नीमच पहुंचकर पटवारी को रंगे हाथों पकड़ने की योजना बनाई गई। पारसमल को 7 हजार रुपये रिश्वत के तौर पर देकर गांव घुसंडी के पंचायत कार्यालय भेजा गया। कार्यालय में पटवारी दिलीप ने रिश्वत की रकम ली और अपनी जेब में रख ली। शिकायतकर्ता के इशारे पर टीम ने कार्यालय में जाकर पटवारी को पकड़ लिया। जब पटवारी के हाथ धुलवाए गए, तो रिश्वत का रंग निकल आया। मौके पर पटवारी के खिलाफ भ्रष्टाचार अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है।