शहर के मध्य बने डिवाइडर में अनुपयोगी लाल मुरम मिट्टी का उपयोग होने की चर्चा जोरों पर काली मिट्टी क्यों नहीं

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गुड्डू कावले पांढुरना: जिला कलेक्टर अजयदेव शर्मा की मंशा अनुरूप नगर पालिका परिषद के अधिकारी द्वारा शहर के एमपीईबी कालोनी से धूषय लान तक बने डिवाइडर को मॉडर्न बनाने का कार्य रायसोनी कालेज के सहयोग से प्रगति पर है। इस कार्य का प्रॉपर निरीक्षण नहीं होने से डिवाइडर में अनुपयोगी लाल मुरम मिट्टी का उपयोग होने की चर्चा जोरों है। जिसमे रेत ईट के टुकड़े सीमेंट मिक्स लाल मिट्टी देखी जा सकती है। जो गुणवत्ता हीन है।

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हालाकि देखने आ रहा है की पिछले पंच वर्ष में शहर के मध्य बने डिवाइडर में कनेर के पौधे लगाए गए थे।तात्कालिक नपा अध्यक्ष प्रवीण पालीवाल की मंशा थी की कनेर के पौधे पर्यावरण संरक्षण शहर का वातावरण ठंडा रहे साथ ही पांढुरना शहर हरा भरा रहे।यह पौधो से शहर की सुंदरता पर दिखाई दे रही थी। इस कार्य के लिए शहर के जाम नदी की उपजाऊ मिट्टी का उपयोग किया गया था जिसके दो बड़े फायदे हुवे थे नदी की सफाई और डिवाइडर में उपजाऊ मिट्टी भरी गई थी जिसकी वजह आज पांढुरना शहर के मध्य पर्यावरण संरक्षण का सुन्दर वातावरण निर्मित है।

परन्तु समय बदला पांढुरना जिला बना अब जिला कलेक्टर की मंशा है की अब बदलते समय कुछ नया होना चाहिए।प्रदेश में पांढुरना स्वच्छता संरक्षण के तहत साफ सफाई के लावा शहर के मध्य भाग से बाहरी प्रवासियों को कुछ नया और सुंदर दिखे इस मंशा से पूरे डिवाइडर के कनेर के पौधे उखड़ कर नई उर्वरक मिट्टी डिवाइडर में भरकर हरी भरी मेट वाली घास लगाने का कार्य प्रगति पर है।इस डिवाइडर में कई जगह मिट्टी में घरों का मिक्स मलमा देखा जा सकता है।जसकी वजह डिवाइडर में लगे अन्य पौधो की जान आफत में ना चली जाए.

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काली उर्वरक उपजाऊ मिट्टी डिवाइडर में नहीं

नगरपालिका परिषद को मिले जिला कलेक्टर के निर्देश के के परिपालन में नगर पालिका लोक निर्माण शाखा के अधिकारियो के निर्देशन में डिवाइडर में मिट्टी भरने का कार्य किया जा रहा है। परन्तु सुबह शहर में मार्निग वॉक करने वाले बुद्धिजीवी लोगो ने यह कार्य देख डिवाइडर में भरने वाली लाल मुरम वाली मिट्टी की उर्वरक क्षमता पर प्रशन चिन्ह खड़ा करते हुवे उन्होंने बताया नगर पालिका द्वारा डिवाइडर में जो मिट्टी भरी जा रही है वह गुणवकता हीन है।इस मिट्टी से आनेवाले समय डिवाइडर में लगे अन्य हरे भरे पौधो को भी नुकसान हो सकता है। मंशा अनुरूप कार्य करना है। तो काली उपजाऊ मिट्टी क्यों नहीं भरी जा रही है।लाल मिट्टी मुरूम वाली है जो कही ना कही कलेक्टर साहब की मंशा पर पानी फेर सकती है।साथ ही अन्य पौधो को इस गुणवत्ता हीन मिट्टी के प्ररीणाम अच्छे नहीं होगे उधनिकी विभाग के अधिकारियो का इस पूरे मामले में तकनीकी सलाह लेना चाहिए ताकि शहर के डिवाइडर पर लगे यह पौधे पांढुरना की सुंदरता को अन्य राज्य के लोग भी निहारते है।

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इनके कहने:-
नागपुर-भोपाल मार्ग शहर के मध्य डिवाइडर में लाल मिट्टी का उपयोग उचित नहीं है नगर पालिका ने डिवाइडर में काली मिट्टी का उपयोग करना चाहिए

निलेश कलसकर किसान नेता पांढुरना

डिवाइडर में डाली जाने वाली मिट्टी की गुणवक्त का परीक्षण किया जाना अवश्क है।ताकि पूर्व में लगे पौधो को कोई नुकसानी नहीं हो।

प्रदीप जूननकर नपा सभापति लोक निर्माण शाखा पांढुरना

रायसोनी कालेज के सहयोग से कार्य किया जा रहा है फिर भी मिट्टी के नमूने लेकर कृषि विभाग से परीक्षण कर कार्य करेगे
सोनू शकरवार कार्य पालनयंत्री नपा पांढुरना

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