मुख्यमंत्री रहते शिवराज सिंह चौहान द्वारा स्वीकृत की गई उनके गृह जिले सीहोर की एक सिंचाई परियोजना को वर्तमान मुख्यमंत्री मोहन यादव की सरकार ने निरस्त कर दिया है। यह एकपनिया नहर रहित लघु सिंचाई परियोजना थी, जिसकी लागत 19 करोड़ 42 लाख 22 हजार रुपये थी। इसके साथ ही मुख्यमंत्री मोहन यादव के गृह जिले उज्जैन और इंदौर में 11 नई सिंचाई परियोजनाओं को स्वीकृति प्रदान की गई है।
यह भी पढ़िए :- बड़ी खुशखबरी, पीएम किसान योजना की 18वीं किस्त जल्द जारी,KYC के बिना नहीं मिलेगा एक पैसा
9 करोड़ की सिंचाई परियोजना रद्द
जल संसाधन विभाग ने बताया कि इस परियोजना का कमांड क्षेत्र नर्मदा घाटी विकास प्राधिकरण के अंतर्गत आईएसपी पार्वती लिंक परियोजना से ओवरलैप हो रहा था। इसी कारण से 29 अगस्त 2024 को स्थाई वित्त समिति द्वारा इस परियोजना की प्रशासकीय स्वीकृति को निरस्त करने की सिफारिश की गई थी, जिसे अब लागू किया गया है।
उज्जैन को मिली ये सौगात
जल संसाधन विभाग ने उज्जैन और इंदौर जिलों में 11 लघु सिंचाई परियोजनाओं को मंजूरी दी है। इनमें शामिल हैं:
- पंथपिपलाई स्टॉप डेम (573.72 लाख रुपये)
- जमालपुरा स्टॉप डेम (456.46 लाख रुपये)
- गोथाडा स्टॉप डेम (624.42 लाख रुपये)
- किथौडारो बैराज (871.10 लाख रुपये)
- पिपलिया राघो नंबर-2 बैराज (506.36 लाख रुपये)
- रमावास नंबर-2 बैराज (634.67 लाख रुपये)
यह भी पढ़िए :- मार्केट में तबाही मचा रहा स्टाइलिश लुक वाला Tvs iQube ST स्कूटर
इंदौर के लिए बड़ी योजना
- ब्रह्मन पिपलिया स्टॉप डेम (268.90 लाख रुपये)
- दर्जीकराधिया स्टॉप डेम (264.03 लाख रुपये)
- कुदाना स्टॉप डेम (196.97 लाख रुपये)
- कायस्थखेड़ी स्टॉप डेम (343.05 लाख रुपये)
- सहाडा स्टॉप डेम (431.91 लाख रुपये)