मध्य प्रदेश में संगठन महापर्व सदस्यता अभियान 2024 के तहत एक बड़ी उपलब्धि हासिल की गई है। राज्य के बीजेपी कार्यालय में आयोजित समीक्षा बैठक में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन ने भाग लिया और राज्य में एक करोड़ से अधिक सदस्य बनने पर ख़ुशी जाहिर की।
एक करोड़ से अधिक सदस्यता का रिकार्ड
मध्य प्रदेश में 25 सितंबर को पंडित दीनदयाल उपाध्याय की जयंती पर संपन्न हुए सदस्यता अभियान के पहले चरण में एक करोड़ से अधिक सदस्य बनाकर एक नया रिकॉर्ड दर्ज किया है। पार्टी अध्यक्ष वीडी शर्मा के अनुसार, सभी सदस्यों की समीक्षा की जाएगी और इसी काम की शुरुआत आज से हुई जिसमें मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने भी भाग लिया।
मुख्यमंत्री बोले: दूसरे चरण में पार करेंगे यह रिकॉर्ड
आज भोपाल स्थित प्रदेश भाजपा कार्यालय पर 'संगठन पर्व' सदस्यता अभियान-2024 के अंतर्गत आयोजित प्रदेश समीक्षा बैठक में सहभागिता की।#BJPSadasyata2024 pic.twitter.com/6taIMShSKN
— Dr Mohan Yadav (@DrMohanYadav51) September 28, 2024
मीडिया से बात करते हुए मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि मुझे खुशी है कि हम पहले चरण में ही एक करोड़ की संख्या को पार कर चुके हैं। उन्होंने कहा कि सदस्यता अभियान लगातार जारी है और इसमें सांसदों, विधायकों, मंत्रियों, पार्षदों से लेकर बूथ स्तर के कार्यकर्ताओं तक की भागीदारी है। मुख्यमंत्री ने विश्वास जताया कि हम दूसरे चरण में इस रिकॉर्ड को और भी आगे ले जाएंगे।
वीडी शर्मा ने कार्यकर्ताओं को दी बधाई
मध्य प्रदेश के सभी कार्यकर्ताओं का हार्दिक अभिनंदन।
— VD Sharma (@vdsharmabjp) September 28, 2024
हम लक्ष्य की ओर तीव्र गति से बढ़ रहे हैं और मुझे पूर्ण विश्वास है कि आपके संकल्प एवं अथक परिश्रम से हम शीघ्र अपने लक्ष्य को हासिल करेंगे।#BJPSadasyta2024 https://t.co/Rt21Y0T0JS
प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने मध्य प्रदेश के सभी कार्यकर्ताओं को बधाई देते हुए कहा कि हम लक्ष्य की ओर तेजी से बढ़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि हमें पूरा विश्वास है कि हम जल्द ही अपने लक्ष्य को हासिल करेंगे
सदस्यता लक्ष्य की प्राप्ति में मध्य प्रदेश का तीसरा स्थान
मध्य प्रदेश ने सदस्यता अभियान में लक्ष्य प्राप्ति में देशभर में तीसरा स्थान प्राप्त किया है। यहां देखें प्रमुख राज्यों की सूची:
- असम: 85%
- हिमाचल प्रदेश: 75%
- मध्य प्रदेश: 70%
- गुजरात: 70%
- उत्तर प्रदेश: 65%
- उत्तराखंड: 65%
- अरुणाचल प्रदेश: 65%
- त्रिपुरा: 60%