गुड्डू कावले पांढुरना: शहर में अर्द्ध विकसित कालोनियों का मकड़ जाल,मूलभूत सुविधा के लिए भटक रहे है शहरवासी कब होगी कालोनाइजर पर कार्यवाही?.दो जिलों के बीच कानून बदला या नियम एक ओर छिंदवाड़ा में जिला कलेक्टर शीलेंद्र सिंह के निर्देश पर निरंतर नगर निगम अमला इन शहर में लगातार कार्रवाई कर रहा है। कलेक्टर के आदेश पर जिला प्रशासन के राजस्व दल एवं नगर निगम अमले ने पुलिस प्रशासन के सहयोग से शहर में विकसित हो रही अवैध कॉलोनियों पर लगातार सख्त कार्रवाई की जा रही है। जिसमें क्षेत्र में निर्मित अवैध कालोनियों की संरचनाओं को ध्वस्त किया जा रहा है।
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परन्तु दूसरी ओर कार्यवाही सीथितल होने के पीछे क्या वजह हो सकती है समझ से परे है? पांढुरना जिला में अवैध कालोनियों के निर्माण पर प्रशासन को नपा पार्षद दुर्गेश उईकें ने सैकड़ों बार शहर में निर्मित अवैध कालोनियों के संचालकों पर कार्यवाही करने की विषय का ज्ञापन सौंपा है परन्तु जिला बना के बाद कार्यवाही नहीं होना मालूम पड़ रहा है।इस बात के पीछे क्या राज है। यह एक बड़ा सवालिया निशान लग रहा है।मिली जानकारी के अनुसार शहर में निर्मित अवैध कालोनियों के संचालकों के विरुद्ध कब कार्यवाही होगी यह समझ से परे है।जबकि शहर के कुछ कालोनी छोड़ दी जाए तो दर्जनों कालोनिय
रेरा की बैगर अनुमति के निर्मित की जा रही है। 200₹की 1500₹,2000₹,2500₹,2800₹ स्केवर फिट बेच रहे है।साथ ही शासन के राजस्व को जमकर चुना लगा रहे है।वर्तमान तो जिला क्या बनना तो अवैध कालोनियों के संचालक अर्द्ध विकसित अवैध कालोनियों के सीमेंट से बने प्रवेश द्वार, पक्की सड़क एवं नाली की संरचनाओं पॉम्पलेट बैनर के माध्यम से शहर में प्रचार प्रसार कर प्लाट खरीदार के साथ खुलेआम धोखाधड़ी कर रहे है। परन्तु इस और न तो स्थानीय प्रशासन का ध्यान है नहीं जिला प्रशासन का जिसका खामियाजा पूर्व में अवैध कालोनियों के अर्द्ध विकसित कालोनी में प्लाट खरीदार लोग अपने अपने अपने आप को ठगा महसूस कर रहे है।बार बार प्रशासनिक अधिकारियों को शिकायत देने के बाद भी प्लाट खरीदार लोगो को आज भी कालोनियों में मूल भूत सुविधाओ से वंचित रहना पड़ रहा है।
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सुना था शहर के अमरावती सड़क पर नव निर्मित कालोनी संचालक के विरुद्ध स्थानीय प्रशासनी अधिकारी बड़ी कार्यवाही करने वाले थे परन्तु कुछ दिनों के बाद कार्यवाही कार्यालय के फाइलों में दफन हो गई मालूम पड़ रहा है।अमरावती सड़क,ड्रॉयटेक के सामने, संतोषी माता वार्ड,गुरुनांक वार्ड,ग्याराखोली जवाहर वार्ड,गायत्री कालोनी,साई टेकडी के ईद गिर्द कई अर्द्ध विकसित कालोनियों का मकड़ जाल बना हुवाआ है। हालाकि शहर लोगो ने प्लाट खरीदते समय नव निर्मित कालोनी संचालक के झांसे में आकर प्लाट खरीद लिया परन्तु आज मूल भूत सुविधा के लिए भटक रहे है।यह लोग अपने आप को ठगा मसूस कर रहे है।अब सुविधा के लिए नपा के चक्रर कर परेशान हो रहे है।