प्रदेश तक पांढुरना (गुड्डू कावले)|| पांढुरना के सावरगांव में चल रहे अवैध शराब के अड्डे को लेकर हड़कंप मचा हुआ है। शहर के अंबा वार्ड में इस अवैध शराब की कूची के संचालक के हौसले इतने बुलंद हैं कि वो खुलेआम कहता है, “आबकारी पुलिस को मैंने अपनी जेब में रख लिया है, देखता हूँ कौन मेरी दुकान बंद कर सकता है!” ये बयान देते हुए उसने आसपास की आदिवासी महिलाओं तक को धमका रखा है।
आदिवासी महिलाओं के साथ बदसलूकी
इस अवैध अड्डे से महज कुछ कदम की दूरी पर सार्वजनिक नल है, जहां शाम को कामकाजी महिलाएं पानी भरने आती हैं। शराब के नशे में धुत्त लोग इन महिलाओं के साथ छींटाकशी करते हैं, जिससे महिलाओं को रोज परेशानी का सामना करना पड़ता है। इस सार्वजनिक नल के पास अवैध शराब की बिक्री होने से आदिवासी महिलाओं में काफी आक्रोश है, लेकिन वे मजबूरी में चुप हैं क्योंकि पुलिस और प्रशासन की ओर से कोई सख्त कदम नहीं उठाए जा रहे हैं।
प्रशासन पर खड़े हो रहे सवाल
बताया जा रहा है कि यह अवैध शराब की कूची पिछले एक साल से सावरगांव के अंबा वार्ड में बड़ी पानी की टंकी के पास खुलेआम संचालित हो रही है। इस बारे में कई बार शिकायतें की गईं, लेकिन प्रशासन ने कोई सख्त कदम नहीं उठाया है। इससे यह सवाल खड़ा हो रहा है कि आखिर इस अवैध धंधे को कौन से बड़े हाथ संरक्षण दे रहे हैं?
क्या प्रशासन जागेगा?
शहरवासी बार-बार इस अवैध शराब के अड्डे को बंद करने की मांग कर रहे हैं। प्रशासन को चेतावनी देते हुए कहा गया है कि अगर जल्द ही इस कूची को बंद नहीं किया गया, तो कभी भी कोई गंभीर घटना घट सकती है। अब देखने वाली बात यह है कि प्रशासन इस सामाजिक अपराध पर कब तक कार्रवाई करेगा, या फिर ये अवैध धंधा इसी तरह चलता रहेगा?