ग्वालियर अब जल्द ही देश का अगला टेलीकॉम हब बनने की राह पर है। यहां करीब 350 एकड़ में टेलीकॉम मैन्युफैक्चरिंग ज़ोन (TMZ) बनाया जाएगा। इसमें सिम कार्ड, मोबाइल के पार्ट्स, वाई-फाई डिवाइसेज़, ऑप्टिकल फाइबर, एंटीना, टेलीकॉम चिप्स और मोबाइल एसेसरीज़ बनाई जाएंगी।
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6G टेक्नोलॉजी पर होगा रिसर्च भी
यहां पर सिर्फ मैन्युफैक्चरिंग ही नहीं बल्कि आधुनिक 6G तकनीक पर भी रिसर्च का काम होगा। इससे देश को ग्लोबल लेवल पर टेलीकॉम सेक्टर में आगे बढ़ने का मौका मिलेगा।
सरकार पूरी तैयारी में, CM ने किया ऐलान
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने भोपाल में हुई हाई-लेवल मीटिंग में बताया कि सरकार टेलीकॉम इंडस्ट्री में निवेश बढ़ाने के लिए पूरी तरह से तैयार है। हर निवेशक का स्वागत किया जाएगा।
ग्वालियर-जबलपुर को बताया उपयुक्त लोकेशन
CM ने ग्वालियर और जबलपुर को टेलीकॉम इंडस्ट्री के लिए बेहतर बताया। उन्होंने कहा कि ये दोनों शहर इस क्षेत्र के लिए सबसे उपयुक्त हैं और यहां बड़ी संभावनाएं हैं।
इंडस्ट्री को मिलेगा बड़ा लैंड बैंक
सरकार 271 हेक्टेयर ज़मीन टेलीकॉम ज़ोन के लिए देगी। इसके अलावा 70 एकड़ IT पार्क और 300 एकड़ SADA एरिया की भी डिमांड है।
ग्रीन कॉरिडोर और बायपास से मिलेगा लॉजिस्टिक फायदा
यहां जल्द ही ग्रीन कॉरिडोर एक्सप्रेसवे और ग्वालियर वेस्टर्न बायपास का काम शुरू होगा। इससे ग्वालियर से आगरा सिर्फ 50 मिनट में पहुंचा जा सकेगा, और लॉजिस्टिक्स की लागत घटेगी, जिससे उद्योगों को सीधा फायदा मिलेगा।
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बड़ी कंपनियों की नजर ग्वालियर पर
Dixon, IBM, Ericsson जैसी बड़ी कंपनियां यहां निवेश में रुचि दिखा रही हैं। इससे ना सिर्फ रोज़गार बढ़ेगा बल्कि ग्वालियर की पहचान भी एक नई ऊंचाई पर पहुंचेगी।