मध्यप्रदेश में एक बार फिर मौसम ने करवट ले ली है। प्रदेश में एक शक्तिशाली वेदर सिस्टम के सक्रिय होने से बारिश का दौर तेज हो गया है। भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने गुरुवार को जबलपुर समेत 20 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। विभाग के अनुसार विदिशा, सीहोर, सागर, रायसेन, नर्मदापुरम, बैतूल, छतरपुर, दमोह, नरसिंहपुर, छिंदवाड़ा, पांढुर्णा, पन्ना, कटनी, जबलपुर, सिवनी, बालाघाट, मंडला, डिंडोरी, अनूपपुर और उमरिया जिलों में मूसलधार बारिश हो सकती है। इन क्षेत्रों में अगले 24 घंटों के भीतर करीब 4.5 इंच तक बारिश होने की संभावना जताई गई है। बुधवार को नर्मदापुरम के इटारसी में तेज बारिश के कारण बाढ़ जैसे हालात बन गए। वहीं, भोपाल, इंदौर समेत 20 से ज्यादा जिलों में अच्छी बारिश दर्ज की गई।
मानसून ने दी झमाझम राहत सामान्य से 53% अधिक बारिश
इस बार मध्यप्रदेश में मानसून ने उम्मीद से ज्यादा मेहरबानी दिखाई है। अब तक सीजन की औसत बारिश 21.1 इंच तक पहुंच चुकी है, जबकि इस समय तक सामान्यतः 14.1 इंच बारिश ही होती है। यानी प्रदेश में अब तक लगभग 7 इंच या 53% अधिक वर्षा रिकॉर्ड की गई है।
निवाड़ी, टीकमगढ़ और श्योपुर जैसे जिलों में तो पहले ही साल भर की औसत बारिश का लक्ष्य पूरा हो चुका है। यहां सामान्य से 25% अधिक पानी बरस चुका है। वहीं, ग्वालियर समेत पांच जिलों में 80% से 95% तक बारिश हो चुकी है, यानी ये भी लक्ष्य के काफी करीब हैं।
इंदौर-उज्जैन में बारिश की कमी किसानों की चिंता बढ़ी
हालांकि दूसरी ओर, इंदौर और उज्जैन संभाग अब भी बारिश में पिछड़ते नजर आ रहे हैं। इंदौर, उज्जैन, शाजापुर, बुरहानपुर और आगर-मालवा जैसे जिलों में अब तक 10 इंच से भी कम बारिश हुई है, जिससे इन क्षेत्रों में फसल और जल स्रोतों को लेकर चिंता बढ़ गई है।
अगले चार दिन झमाझम बारिश के आसार
मौसम विभाग की वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. दिव्या ई. सुरेंद्रन ने बताया कि मध्यप्रदेश में इस समय मानसून ट्रफ लाइन के साथ दो साइक्लोनिक सर्कुलेशन सक्रिय हैं, जिसकी वजह से प्रदेश में एक बार फिर भारी बारिश का सिलसिला शुरू हो गया है। अगले चार दिनों तक प्रदेश के कई हिस्सों में भारी से बहुत भारी बारिश की संभावना जताई गई है।