इंदौर और मनमाड के बीच जो नई रेल लाइन बनने वाली है न, उसके लिए इस बार बजट में पूरे ₹267.50 करोड़ रुपये दिए गए हैं! ये पैसा सीधा ज़मीन खरीदने में लगेगा। अपनी मध्य प्रदेश के तीन जिलों के 77 गाँवों से ये रेल लाइन गुजरेगी।पिछले साल नवंबर में तो रेलवे वालों ने इन 77 गाँवों की ज़मीन लेने का सरकारी फरमान भी निकाल दिया था। और इस साल तो उन्होंने इंदौर जिले की महू तहसील के 18 गाँवों की लिस्ट भी जारी कर दी है, जिनकी ज़मीन अब रेलवे की होने वाली है।
यह भी पढ़िए :- OBC आरक्षण पर बड़ा फैसला,सालाना ₹8 लाख से ज़्यादा कमाने वाले को नहीं मिलेगा आरक्षण
ये नई रेल लाइन धार, खरगोन और बड़वानी जिलों के आदिवासी इलाकों के लिए तो एकदम सोने पे सुहागा जैसी है। इससे लगभग एक हज़ार गाँवों और 30 लाख लोगों को सीधी रेल कनेक्टिविटी मिल जाएगी। सोचो, कितना फायदा होगा!
अंदाजा लगाया जा रहा है कि जब ये प्रोजेक्ट पूरा हो जाएगा, तो इस रूट पर 16 से ज़्यादा पैसेंजर ट्रेनें चलेंगी, जिनमें शुरू के सालों में ही 50 लाख से ज़्यादा लोग सफर करेंगे। और रेलवे को हर साल इस प्रोजेक्ट से 900 करोड़ रुपये से ज़्यादा की कमाई होगी। सबसे बड़ी बात तो ये है कि इंदौर से मुंबई की दूरी जो अभी 830 किलोमीटर है, वो घटकर सिर्फ 568 किलोमीटर रह जाएगी! मतलब, टाइम और पैसा दोनों बचेगा।
यह भी पढ़िए :- MP Board 10th Result 2025: रिजल्ट लगभग 90 प्रतिशत तैयार, इस दिन जारी होगा रिजल्ट
इन गाँवों की ज़मीन जाएगी:
रेलवे के अफसरों ने बताया है कि 14 जनवरी को जो सरकारी नोटिफिकेशन निकला है, उसके हिसाब से महू तहसील के खेड़ी, चैनपुरा, कमदपुर, खुदलपुरा, कुराड़खेड़ी, अहिल्यापुर, नांदेड़, जामली, कैलोद, बेरछा, गवाली पलासिया, आशापुरा, मालंदी, कोदारिया, बोरखेड़ी, चौराड़िया, न्यू गुराड़िया और महू कैंटोनमेंट एरिया की ज़मीन रेल लाइन के लिए ली जाएगी। अब जब प्रोजेक्ट के लिए पैसा मिल गया है, तो ज़मीन पर काम भी जल्दी शुरू हो जाएगा! तो भैया, ये तो बड़ी खुशखबरी है अपने इलाके के लिए!