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मुरैना के सबलगढ़ में किसानों को नहीं मिल रही DAP खाद, मजबूरी में लेना पड़ रहा यूरिया

Murena News: मुरैना जिले के सबलगढ़ में किसानों को पिछले कई दिनों से DAP खाद नहीं मिल पा रही है। ऐसी स्थिति में, जब DAP खाद मिलने की उम्मीद टूट गई, तो किसान मजबूरी में यूरिया खाद लेने लगे हैं। दूसरी ओर, खाद गोदाम के मैनेजर का कहना है कि खाद की रैक आने वाली है, लेकिन कब पहुंचेगी, इसका कोई अंदाजा नहीं है।

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पिछले 15 दिनों से मुरैना के किसान DAP खाद के लिए परेशान हैं। किसान अपने परिवार के साथ मंडी आते हैं और दिन-रात लाइन में खड़े रहते हैं, लेकिन इसके बावजूद उन्हें DAP खाद नहीं मिल पा रही। मीडिया टीम सबलगढ़ के गल्ला मंडी पहुंची और किसानों से बात की, तो उन्होंने कहा कि अब DAP खाद मिलने की उम्मीद छोड़ दी है और वे मजबूरी में यूरिया खाद ले रहे हैं। किसानों ने कहा कि DAP खाद की अनुपलब्धता से उनकी फसल पर असर पड़ेगा और उत्पादन उतना अच्छा नहीं होगा जितना होना चाहिए।

DAP के लिए 10 दिनों से भटक रहे किसान

गल्ला मंडी में आई एक महिला किसान लीला ने बताया कि वह पिछले 10 दिनों से दो बोरी DAP खाद के लिए भटक रही है, लेकिन उसे अभी तक DAP खाद नहीं मिल पाई है। DAP की कमी के कारण किसानों में सरकार के प्रति नाराजगी साफ तौर पर देखी जा सकती है। सबलगढ़ क्षेत्र के बट्टोखर गांव के किसान राजेश रावत ने बताया कि खाद की कालाबाजारी हो रही है। यह निजी दुकानदारों को गुपचुप तरीके से दी जा रही है। बीजेपी सरकार किसानों को खाद देने में पूरी तरह विफल रही है।

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28 अक्टूबर को DAP मिलने की उम्मीद

गुललई गांव के किसान दयाराम ने कहा कि उन्हें 10 बोरी DAP खाद की जरूरत है, लेकिन पिछले तीन दिनों से लगातार कोशिशों के बाद भी उन्हें खाद नहीं मिल सकी है। अब उन्हें कहा गया है कि 28 अक्टूबर को आकर खाद लें। वहीं भैंसियापुरा से आए कमलेश ने बताया कि मजबूरी में उन्होंने यूरिया खाद खरीद लिया है। DAP खाद के बिना फसल अच्छी नहीं होगी।

गोदाम मैनेजर का बयान

सबलगढ़ मार्कफेड के मैनेजर उमेश कुमार बरेली ने बताया कि उनके पास इस समय सुपर फॉस्फेट और यूरिया उपलब्ध है। NPS खाद कल तक आ जाएगी, जिसे किसानों के बीच वितरित किया जाएगा। हालांकि, DAP की रैक अभी बीच में अटकी हुई है और यह कब पहुंचेगी, इसके बारे में कुछ नहीं कहा जा सकता।

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