इंदौर नगर निगम ने शहरवासियों को 24 घंटे पानी देने की ठान ली है। अमृत-2 प्रोजेक्ट के तहत अब नर्मदा से 400 MLD और पानी लाने का प्लान है, जिससे शहर की बढ़ती जरूरतों को पूरा किया जाएगा।
यह भी पढ़िए :- पर्यावरण को मिलेगा नया जीवन, इस शहर के बीचों-बीच बनेगा भारत वन, मिलेगा हरा-भरा उपहार
40 नई टंकियां और पाइपलाइन का जाल
इस योजना में 40 नई पानी की टंकियां बनाई जाएंगी और पुरानी 75 टंकियों को सुधारा जाएगा। इसके अलावा पूरे शहर में नई पाइपलाइन बिछाई जाएगी। पूरा खर्च करीब ₹2100 करोड़ बताया जा रहा है, जिससे हर गली-मोहल्ले में बिना रुके पानी पहुंच सकेगा।
मीटर से होगा पानी का हिसाब-किताब
अब से पानी का बिल मीटर के हिसाब से लगेगा। यानी जितना पानी इस्तेमाल करोगे, उतना ही बिल बनेगा। कुछ इलाकों में प्राइवेट कंपनियां मीटर लगा रही हैं, जिससे रेट थोड़ा बढ़ सकता है। पर इससे पानी की बर्बादी रुकेगी और सही उपयोग होगा।
दो फेज़ में टेंडर, 10 साल तक रख-रखाव
नगर निगम ने दो फेज़ में टेंडर निकाले हैं। पहले फेज़ में ₹387.18 करोड़ और दूसरे में ₹428.7 करोड़ खर्च होंगे। अगले 10 साल तक पूरा वॉटर सिस्टम संभालने की जिम्मेदारी भी इसी प्रोजेक्ट में शामिल है।
कहां-कहां बनेंगी टंकियां?
शिवाजी नगर, विजय नगर, ओमैक्स हिल्स, कंचनबाग जैसे इलाकों में जमीन तय हो चुकी है। कुछ जगहों जैसे विद्यापैलेस, अनुराधा नगर और पालदा इंडस्ट्रियल एरिया में अभी जमीन देखी जा रही है।
यह भी पढ़िए :- विधवा महिलाओं के लिए CM ने किया बड़ा ऐलान,पुनर्विवाह पर मिलेंगे रूपये 2 लाख
फंडिंग और बिल बढ़ने की संभावना
इस प्रोजेक्ट के लिए ₹900 करोड़ राज्य सरकार और नगर निगम देंगे। कुछ पैसा केंद्र सरकार से ग्रांट के रूप में आएगा और कुछ लोन से पूरा किया जाएगा। इससे आगे चलकर पानी के बिल बढ़ सकते हैं, लेकिन फिलहाल कोई ऑफिशियल एलान नहीं हुआ है। प्रोजेक्ट को 36 महीनों में पूरा करने का लक्ष्य है।