MP News : मध्य प्रदेश के दिंडोरी जिले से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहाँ पंचायत स्तर पर सरकारी धन का खुला दुरुपयोग हुआ है। समनपुर जनपद पंचायत द्वारा बीड़ी, लड्डू, नमकीन और पंडाल आदि के नाम पर भारी-भरकम बिल पास किए गए हैं, जिससे पंचायत व्यवस्था में व्याप्त भ्रष्टाचार एक बार फिर उजागर हुआ है।
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बीड़ी से लड्डू तक हर बिल में छल
10 फरवरी को समनपुर जनपद पंचायत द्वारा 10 बंडल बीड़ी का बिल पास किया गया, जिसकी कीमत 3700 रुपये बताई गई। बीड़ी तक तो ठीक था, लेकिन इसी बिल में पोहा, चिरौंजी और फलिदाना जैसी चीज़ों का भी जिक्र था। कुल 11 आइटमों के लिए 14,320 रुपये का बिल पास हुआ।
वहीं, भ्रष्टाचार की हद तो तब पार हो गई जब केवल 12 लड्डुओं के लिए 1,440 रुपये का बिल लगाया गया – यानी एक लड्डू की कीमत 120 रुपये! आज तक यह पता नहीं चल पाया कि ये लड्डू किसने और कहाँ खाए। यह “लड्डू घोटाला” अब पूरे मध्य प्रदेश में चर्चा का विषय बन गया है।
मझियाखार पंचायत में नमकीन घोटाला
2024 के कुछ पुराने बिलों की जांच के दौरान मझियाखार पंचायत में भी अनियमितताएं सामने आईं। 14 अगस्त को एक ही दिन में 50 किलो नमकीन का ऑर्डर दिखाया गया, जिसकी कीमत 10,000 रुपये बताई गई। वहीं एक दिन पहले यानी 13 अगस्त को टेंट, पंडाल और कुर्सियों के नाम पर 35,850 रुपये का बिल पास हुआ।
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जवाबदेही से पल्ला झाड़ते अधिकारी
जब इस पूरे मामले पर जिला पंचायत दिंडोरी के मुख्य कार्यपालन अधिकारी अनिल राठौड़ से सवाल किया गया, तो उन्होंने स्पष्ट कहा, “पंचायत एक स्वतंत्र संस्था है। लेकिन जो भी बिल पास होते हैं, उन्हें नियमों के अनुसार ही होना चाहिए। मुझे इन बिलों की जानकारी नहीं है। आप मुझे बिल भेजें, मैं जांच करवाऊंगा।”
इस बयान से यह स्पष्ट होता है कि या तो अधिकारियों को पंचायत की गतिविधियों की जानकारी नहीं है या जानबूझकर इस मामले से दूरी बनाई जा रही है।