देश के अलग-अलग हिस्सों में एक साथ तीन-तीन चक्रवाती घेरे बन गए हैं! और उधर कश्मीर में पश्चिमी विक्षोभ आ गया है। इसके चलते अरब सागर से नमी आनी शुरू हो गई है। इसी वजह से मध्य प्रदेश के कई जिलों का मौसम एकदम से बदल गया है।
पिछली बुध की रात को ग्वालियर में हल्की बूंदा-बांदी हुई और गुरुवार को दिन भर बादल छाए रहे। इससे दिन का तापमान जो पहले 41.6 डिग्री सेल्सियस था, वो गिरकर 39.6 डिग्री सेल्सियस पर आ गया। इससे थोड़ी राहत मिली है गर्मी से।
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मौसम विभाग ने तो भोपाल, जबलपुर समेत मध्य प्रदेश के 42 जिलों में आंधी, बारिश और ओले गिरने का अलर्ट जारी कर दिया है। इसका मतलब है कि अगले दो-तीन दिन तक गर्मी से राहत रहेगी। तापमान लगभग 40 डिग्री सेल्सियस के आसपास ही रहेगा।
पिछले तीन दिनों से शहर राजस्थान से आ रही गरम हवाओं की चपेट में था। इस वजह से मैक्सिमम टेम्परेचर 41.9 डिग्री सेल्सियस तक पहुँच गया था। गर्मी इतनी ज़्यादा थी कि स्कूलों का टाइम भी बदलना पड़ा था। 2022 के बाद अप्रैल का पहला हफ्ता इतना गरम रहा है। पारा 41.9 डिग्री सेल्सियस तक चढ़ गया था। मार्च 2022 से तो गर्मी ने कहर मचा रखा है।
कहाँ-कहाँ बने हैं चक्रवाती घेरे:
पहला चक्रवाती घेरा पंजाब के पास बना है। दूसरा दक्षिण पाकिस्तान और राजस्थान के पास है, और तीसरा चक्रवाती घेरा उत्तर पश्चिम मध्य प्रदेश के पास बना है। ये सारे चक्रवाती घेरे अरब सागर से नमी खींच रहे हैं।
कश्मीर में पश्चिमी विक्षोभ एक्टिव हो गया है, जिसकी वजह से राजस्थान की गरम हवा रुक गई है।
बादलों की वजह से धूप भी ज़्यादा तेज़ नहीं थी। जिले के कुछ इलाकों में तेज़ हवाएँ भी चलीं। इस वजह से मौसम ठंडा बना रहा।
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42 जिलों में बारिश और ओले का अलर्ट:
मौसम विभाग ने मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल, जबलपुर, उज्जैन समेत 42 जिलों में गरज के साथ बारिश और ओले गिरने की चेतावनी दी है। इससे लोगों को अगले दो-तीन दिन तक गर्मी से राहत मिलेगी।