मध्य प्रदेश के पंचायत और ग्रामीण विकास विभाग ने शिवपुरी जिले के पोहरी जनपद पंचायत के इंचार्ज सीईओ, गिर्राज शर्मा को तुरंत प्रभाव से सस्पेंड कर दिया है। ये कड़ा कदम मंत्री प्रहलाद पटेल की नाराजगी के बाद उठाया गया है। दरअसल, सीईओ साहब ने बिना विभाग से पूछे ही पेड़ लगाने का प्रोग्राम करा दिया और नियमों को ताक पर रख दिया।
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मंत्री जी ने मंच से ही सुनाई खरी-खोटी
गुरुवार को देवपुरा गांव में जल गंगा संवर्धन अभियान के तहत एक प्रोग्राम रखा गया था। इसमें ग्रामीण विकास मंत्री प्रहलाद पटेल मंच पर ही भड़क गए। उन्होंने सबके सामने अधिकारियों को खूब सुनाया और कहा कि तुम लोग तो बस नौटंकी करते रहते हो! इस तीखी बात के बाद मंत्री जी गुस्सा होकर मंच से उतर गए और प्रोग्राम छोड़कर चले गए। ये पूरा सीन कैमरे में कैद हो गया और सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुआ।
सही टाइम से पहले ही लगा दिए पेड़
विभाग के नियम कहते हैं कि पेड़ लगाने का सही टाइम 20 जून के बाद है, लेकिन CEO गिर्राज शर्मा ने उससे पहले ही कार्यक्रम करा डाला। उन्होंने इस प्रोग्राम को “जल गंगा संवर्धन अभियान” का नाम दिया, जिससे लोगों को गलत जानकारी मिली और मीडिया में भी गलत मैसेज गया।
सस्पेंशन का ऑर्डर जारी
इस अनुशासनहीनता को सीरियस मानते हुए विभाग ने CEO गिर्राज शर्मा को मध्य प्रदेश सिविल सेवा नियम, 1966 के तहत तुरंत सस्पेंड कर दिया है। सस्पेंशन के दौरान उनका हेडक्वार्टर भोपाल में विकास आयुक्त का ऑफिस रहेगा। उन्हें नियमों के हिसाब से गुजारा भत्ता मिलेगा।
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क्या था पूरा मामला?
असल में, गुरुवार को मंत्री प्रहलाद पटेल एक प्रोग्राम में पहुंचे थे। वहां पेड़ लगाने का भी प्रोग्राम रखा गया था। इसी बात पर मंत्री जी गुस्सा हो गए और उन्होंने कहा कि पेड़ लगाने का सही टाइम तो 20 जून के बाद है। इस मामले में जिला पंचायत अध्यक्ष नेहा यादव ने बताया कि मंत्री जी इसलिए नाराज थे कि गर्मी में पेड़ क्यों लगाए जा रहे हैं, जबकि ये काम तो बरसात के बाद होना चाहिए।