UPI Transaction New Record in India: भारत में डिजिटल पेमेंट का सबसे बड़ा माध्यम बन चुका यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (UPI) हर महीने नए रिकॉर्ड बना रहा है। 2024 के पहले 11 महीनों में ही UPI ने 223 लाख करोड़ रुपये का लेनदेन पार कर लिया है। यह आंकड़ा दिखाता है कि भारत में डिजिटल ट्रांजैक्शन किस तेजी से बढ़ रहे हैं।
Bhopal Power Cut: भोपाल वालों के लिए खबर, आज 25 इलाकों में 6 घंटे बिजली रहेगी गुल, देखो लिस्ट
UPI के बढ़ते आंकड़े
वर्ष | कुल लेनदेन (लाख करोड़ में) | लेनदेन की संख्या (अरब में) |
---|---|---|
2022 | 125 | 745 |
2023 | 190 | 1,000 |
2024 (11 महीने) | 223 | 1,250 |
पिछले तीन वर्षों में UPI ने न सिर्फ रकम के मामले में बल्कि लेनदेन की संख्या में भी बड़ा उछाल देखा है। 2024 में हर महीने औसतन 20 लाख करोड़ से ज्यादा का ट्रांजैक्शन हो रहा है।
कैसे बढ़ा UPI का उपयोग
UPI की सफलता का सबसे बड़ा कारण इसका सरल और तेज़ प्रोसेस है। यह उपयोगकर्ताओं को बिना किसी चार्ज के पैसे ट्रांसफर करने की सुविधा देता है। गांवों से लेकर शहरों तक अब यह हर वर्ग में लोकप्रिय हो गया है। मोबाइल फोन और इंटरनेट की बढ़ती पहुंच ने इस ट्रेंड को और तेज किया है।
सरकार और RBI की बड़ी भूमिका
RBI और भारत सरकार ने UPI को बढ़ावा देने के लिए कई अहम कदम उठाए हैं। डिजिटल पेमेंट को सुरक्षित बनाने के लिए नए फीचर्स और कैशबैक स्कीम्स जैसी पहल की गई हैं। इसके अलावा, व्यापारियों को भी UPI को अपनाने के लिए प्रेरित किया जा रहा है।
विशेषज्ञों का मानना है कि आने वाले वर्षों में UPI सभी प्रकार के लेनदेन का प्रमुख जरिया बन जाएगा। नए अपडेट्स और इंटरनेशनल UPI एक्सपेंशन के चलते, भारत का यह डिजिटल पेमेंट सिस्टम पूरी दुनिया में अपनी छाप छोड़ने के लिए तैयार है।