मध्यप्रदेश सरकार ने राशन वितरण प्रणाली (PDS) में बड़ा बदलाव करते हुए चावल की मात्रा घटा दी है और गेहूं की मात्रा बढ़ा दी है। अब राज्य के राशन कार्डधारकों को हर महीने राशन की दुकानों से पहले की तरह 3 किलो चावल नहीं, बल्कि सिर्फ 2 किलो चावल मिलेगा। वहीं गेहूं की मात्रा 2 किलो से बढ़ाकर 3 किलो कर दी गई है।
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अब हर महीने मिलेगा 3 किलो गेहूं और 2 किलो चावल
नई व्यवस्था के तहत अब राशन दुकानों से लाभार्थियों को प्रति माह 3 किलो गेहूं और 2 किलो चावल मिलेगा। पहले यह अनुपात उल्टा था यानी लाभार्थियों को 3 किलो चावल और 2 किलो गेहूं मिलता था। सरकार ने इस बदलाव का कारण चावल के खुले बाजार में बेचे जाने की शिकायतों को बताया है।
खुले बाजार में चावल बेचने की शिकायतों के बाद लिया गया फैसला
राज्य सरकार ने यह कदम तब उठाया जब सामने आया कि कुछ लाभार्थी राशन में मिलने वाला चावल खुले बाजार में बेच रहे थे। इससे न केवल योजना का उद्देश्य प्रभावित हो रहा था, बल्कि बाजार व्यवस्था भी गड़बड़ा रही थी। इसी को ध्यान में रखते हुए सरकार ने राशन का अनुपात बदलते हुए अब 75% गेहूं और 25% चावल देने का फैसला लिया है।
केंद्र सरकार से हर माह मिलेगा 1 लाख मीट्रिक टन अतिरिक्त गेहूं
प्रदेश के खाद्य मंत्री गोविंद सिंह राजपूत ने मीडिया से बातचीत में बताया कि राज्य सरकार ने केंद्र से अतिरिक्त गेहूं की मांग की थी, जिसे स्वीकार कर लिया गया है। अब हर महीने मध्यप्रदेश को केंद्र सरकार से 1 लाख मीट्रिक टन अतिरिक्त गेहूं मिलेगा। इससे राज्य में गेहूं की कोई कमी नहीं होगी और सभी लाभार्थियों को पर्याप्त मात्रा में अनाज मिलेगा।
PDS में बदलाव से खत्म होंगी पुरानी समस्याएं
खाद्य मंत्री ने बताया कि केंद्र सरकार द्वारा लागू की गई इस नई प्रणाली से सार्वजनिक वितरण प्रणाली में वर्षों से चली आ रही अनियमितताएं दूर होंगी। यह बदलाव महज तीन दिनों में लागू कर दिया गया है और इसका असर जल्द देखने को मिलेगा। अब राशन दुकानों से लाभार्थियों को उनकी पसंद के अनुसार पर्याप्त और संतुलित मात्रा में अनाज मिल सकेगा।